गैर संक्रामक बीमारियां जैसे रक्तचाप, मधुमेह व हृदय की बढ़ती बीमारियों के बीच चौंकाने वाली नई रिपोर्ट सामने आई है। इन बीमारियों की वजह न सिर्फ बदलती जीवनशैली है, बल्कि हमारी थाली भी है, जिसका पोषण 30 साल में 20 प्रतिशत घट गया है। विशेषज्ञों का कहना है कि यही कारण है कि युवा वर्ग भी तेजी से इन बीमारियों की चपेट में आ रहा है। इंटीग्रेटेड मेडिकल एसोसिएशन के राष्ट्रीय अध्यक्ष डा. आरपी पाराशर ने बताया कि वर्तमान में फास्टफूड कल्चर और गलत खानपान से शरीर को नुकसान पहुंच रहा है। ध्यान रखना होगा कि खानपान में वसा और प्रिजरवेटिव न हो उन्होंने नेशनल इंस्टीट्यूट आफ न्यूट्रिशन की रिपोर्ट का हवाला देते हुए बताया कि रिपोर्ट के मुताबिक 1989 के मुकाबले 2017 में आहार में पोषक तत्वों की मात्रा 20 प्रतिशत तक घट गई है। उन्होंने कहा कि सुखी जीवन के तीन आधार स्तंभ हैं। आहार, निद्रा और ब्रह्मचर्य। शरीर रूपी भवन के इन तीनों स्तंभों में एक भी यदि ठीक नहीं होता है। तो बीमारियां पनपने लगती हैं। उन्होंने बताया कि अच्छे आहार के साथ ही जिस व्यक्ति का सोना और जागना नियमित है, वह व्यक्ति स्वस्थ रहेगा। सुबह उठने से लेकर सायंकाल तक सभी कार्य निश्चित समय पर करें ऐसी दिनचर्या से व्यक्ति की शारीरिक और आत्मिक उन्नति होती है।