मी लानपनी शिनेमाचा भलकसा आशीक होतो. गावातल्या जत्रीत टुरींग टाकीजा येन्या आगुदरच ,मी अन माले सोपती कोनता शिनमा यील या गोष्टीवर घंटोघंटे बोलत असो. मंगरुयच्या (मंगरूळनाथ जि .वाशिम) जत्रीच्या आगोदर चिखली ,डव्हा ,कायामाथा अन धानोरा अथुलच्या जत्रा भरत असत . जनरली या जत्रीत ,जे शिनेमे लागत, त्यातले ७०-८०% शिनेमे मंगरुयच्या […]
Category: विशेष लेख
Electric vehicle: प्रतिदिन 12 किमी स्कूटर व 50 किमी कार चलाने पर ही ईवी फायदेमंद
ब्यूरो आफ एनर्जी एफिसिएंसी (बीईई) द्वारा किए गए अध्ययन से निकला निष्कर्ष • 50 किमी चलने पर ही ईवी और डीजल चालित कारों की संचालन लागत एक जैसी होगी Electric vehicle अगर आप प्रतिदिन 12 किलोमीटर से ज्यादा स्कूटर या 50 किलोमीटर से ज्यादा कार चलाते हैं, तभी इलेक्ट्रिक वाहन […]
महाशिवरात्रि पर 300 साल बाद बन रहा विशेष योग
भगवान शिव, समस्त द्रव्यों- व्रतो-मंत्रो के स्वामी, सर्वशक्तिमान, सर्वव्यापी, सर्वतंत्र – स्वतंत्र, परमानंद, परब्रह्म, निगुर्ण-निराकार, आशुतोष भगवान शिव को जानने, उन्हें समझनें, प्रसन्न कर मनोकामनाओं की पूर्ति का वर प्राप्त करने का महापर्व है महाशिवरात्रि। वैसे तो प्रत्येक मास की कृष्ण पक्ष की चतुर्दशी को शिवरात्रि होती है किन्तु फाल्गुन […]
क्या है कामाख्या देवी मंदिर का इतिहास ? जानें यहां पूजा के नियम
कामाख्या देवी मंदिर भारत के असम राज्य में स्थित है और यह हिन्दू धर्म का प्रसिद्ध मंदिर है। यह मंदिर कामाख्या नदी के किनारे स्थित है और यहाँ हर साल बहुत से श्रद्धालुओं की भीड़ आती है। कामाख्या देवी मंदिर तंत्र मंदिर के रूप में भी जाना जाता है और […]
शुभ माना जाता है घर में हाथी के जोड़े की मूर्ति को रखना
आजकल घर की आन्तरिक सुन्द- रता पर बहुत ज्यादा ध्यान दिया जाता है। घर के अन्दर पेंटिंग्स, फेनसुई की वस्तुएँ, छोटे-छोटे सुन्दर पौधों को लगाने का बहुत चलन है। वास्तु शास्त्र के अनुसार, घर में हाथी का जोड़ा रखना बहुत ही शुभ माना जाता है। हाथी के जोड़े के बारे […]
सहकारातून सुखानंद!
सहकार क्षेत्रामध्ये आपल्या महाराष्ट्र राज्याची एक आगळी आणि वेगळी अशी ओळख आहे. आपल्या देशामध्ये आपले महाराष्ट्र राज्य अधिकाधिक समृद्ध होण्यामागे जी अनेक कारणे आहेत त्यामध्ये या सहकार क्षेत्राचा एक अग्रगण्य क्षेत्र म्हणून आपल्याला उल्लेख करावा लागेल. सहकार क्षेत्रामध्ये आपली ही अमोघ प्रगती होण्यामागे आपली वैचारिक समृद्धी व एकमेकांना समजून घेण्याची […]
संदेशखाली का बादशाह शाहजहां बांग्लादेश से आकर यहां करता था मजदूरी
बरशीहाट : शेख शाहजहां जिसने बशीरहाट के संदेशखाली द्वीप में खुद को अघोषित राजा बना रखा था वह आखिरकार गुरुवार को गिरफ्तार हो गया। पूर्व खाद्य मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक का काफी खास माना जाने वाले शेख के पिछले कुछ सालों के जीवन पर प्रकाश डालें तो इलाके के लोगों ने […]
1000 वर्षांपासून पायाविना उभे आहे रहस्यमय मंदिर
भारत एक असा देश आहे जिथे तुम्हाला प्रत्येक गावात आणि प्रत्येक शहरात मंदिरे पाहायला मिळतील, परंतु तुम्हाला हे जाणून आश्चर्य वाटेल की भारतात एक असे मंदिर आहे जे एक हजार वर्षांहून अधिक काळापासून कोणत्याही पायाशिवाय उभे आहे. हे मंदिर चोल वंशाच्या राजाने बांधले होते. हे मंदिर तामिळनाडूच्या तंजावर शहरात आहे. […]
स्वदेशी तकनीकी का पर्याय था पुष्पक विमान
भारत ऋषि परंपरा का देश रहा है । उपनिषद में उल्लेख है कि प्राचीन भारतीय लोग ज्ञान प्राप्त करने के लिए बहुत उत्सुक रहते थे। वायु स्थिर क्यों नहीं रह सकती ? मनुष्य का मस्तिष्क विश्राम क्यों नहीं करता ? पानी क्यों और किसकी खोज में बहता है? प्राचीन भारत […]
विदर्भाची काशी : मार्कंडेश्वर मंदिर
Markandeshwar Temple वेरूळ, अजिंठा व खजुराहोप्रमाणे कलाकृतीने ओतप्रोत भरलेले वास्तुशिल्प, उत्तरवाहिनी वैनगंगा नदीच्या तीरावर वसलेले भैरवशाली मार्कंडेय मंदिर इतिहासाची साक्ष देत दिमाखात उभे असले, तरी आता हे मंदिर नामशेष होण्याच्या मार्गावर आहे. दहाव्या शतकात साकारलेल्या उत्कृष्ट शिल्पकलेच्या या मंदिराला ‘विदर्भाची काशी म्हणून ओळखले जाते. ज्या तीर्थस्थळाला विदर्भाची काशी म्हणून ओळखले […]