17 जनवरी (एजेंसियां) : ईरान ने मंगलवार को पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी संगठन जैश अल अदल के ठिकानों पर बमबारी की। ईरान के लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत के एक गांव में एयर स्ट्राइक की । ईरान का कहना है कि इस एयरस्ट्राइक में जैश अल अदल के दो ठिकानों को निशाना बनाया गया। पाकिस्तान ने ईरान की इस कार्रवाई पर कड़ी नार- जगी जताई है और कहा है कि इसके गंभीर परिणाम हो सकते हैं।
पाकिस्तान खुद को ताकतवर मुल्क होने का दंभ भरता है, लेकिन ईरान की ताजा एयर स्ट्राइक ने पाकिस्तान के उस दावे को फिर से हकीकत का आईना दिखाया है। गौरतलब है कि ईरान अकेला देश नहीं है, जिसने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर हमला किया है, बल्कि इससे पहले कई देश ऐसा कर चुके हैं और हर बार पाकिस्तान सिर्फ गीदड़ भभकी देकर शांत हो जाता है।
पाकिस्तान पर आतंकियों को पनाह देने के आरोप हमेशा से लगते रहे हैं। हालांकि पाकिस्तान इन आरोपों का खंडन करता है, लेकिन दुनिया का सबसे खूंखार आतंकी ओसामा बिल लादेन भी पाकिस्तान के शहर एबटाबाद में ही शरण लिए हुए था, जिसे अमेरिकी सेना ने खुफिया ऑपरेशन चलाकर एबटाबाद में ही ढेर किया था। 1 मई 2011 को अमेरिकी सेना के सील कमांडों ने एमएच-60 हेलीकॉप्टर से पाकिस्तान के एबटाबाद में उतरकर ओसामा बिन लादेन को मौत को घाट उतार दिया था। हैरानी की बात ये है कि पाकिस्तान की नौसेना को इसकी भनक भी नहीं लगी।
भारतीय वायुसेना ने भी साल 2019 में पाकिस्तान की सीमा में घुसकर आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। दरअसल 14 फरवरी 2019 को जम्मू कश्मीर के पुलवामा में हुए आत्मघाती हमले में सीअ- ारपीएफ के 40 जवान बलिदान हो गए थे। इस हमले में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी का हाथ होने के सबूत मिले थे। इसके बाद भारत ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पाकिस्तान के बालाकोट इलाके में एयर स्ट्राइक कर कई आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था।
साल 2016 में 29 सितंबर को भारतीय सेना ने पाकिस्तान की सीमा में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक भी की थी। सर्जिकल स्ट्राइक में भारतीय सेना ने पीओके में कई आतंकी कैंपों पर हमला किया था। यह सर्जिकल स्ट्राइक जम्मू कश्मीर के उरी में आर्मी कैंप पर हुए आतंकी हमले के जवाब में की गई थी। उरी के हमले में भारतीय सेना के 19 जवान बलिदान हो गए थे। सर्जिकल स्ट्राइक में आतंकियों को लॉन्च पैड ठिकानों को निशाना बनाया गया था।